Diamond Crossing in Railway: डायमंड क्रासिंग, रेलवे शब्दावली में एक प्रकार की क्रासिंग है, जहाँ पर दो रेलवे ट्रैक एक दूसरे को पार करते हैं| आइये जानते हैं डायमंड क्रासिंग कैसे ख़ास होते हैं (Diamond Crossing in Railway) और भारत में नागपुर डायमंड क्रासिंग क्यों है एक अनूठा क्रासिंग पॉइंट (Nagpur Diamond Crossing):
डायमंड क्रासिंग क्या होता है (What is Diamond Crossing in Hindi)
रेलवे शब्दावली में डायमंड क्रॉसिंग, उस बिंदु को संदर्भित करती है जहां दो रेलवे ट्रैक एक दूसरे को पार करते हैं, और डायमंड के आकार का निर्माण करते हैं| इसके लिए ट्रैक को कोई सटीक कोण पर पार करना आवश्यक नहीं होता है| डायमंड क्रॉसिंग को बेहद दुर्लभ माना जाता है, क्यूंकि रेलवे में अक्सर पॉइंट और क्रासिंग के जरिये ही ट्रेनों को एक ट्रैक से दूसरे में शिफ्ट किया जाता है| लेकिन डायमंड क्रासिंग में दो ट्रैक एक दूसरे को पूरी तरह से क्रॉस करते हैं|
डायमंड क्रॉसिंग में कोई जरूरी नहीं होता कि वहाँ पर दोनों लाइन चारों दिशाओं से ही आकर मिले| दो या तीन दिशाओं से किसी कोण में मिल रहे रेलवे ट्रैक भी डायमंड क्रॉसिंग बना सकते हैं, बशर्ते एक दूसरे को उन्हें क्रॉस करना होता है| ऐसा कोई जरूरी नहीं होता कि ट्रैक एक दूसरे को राइट एंगल में क्रॉस करें| भारत में कुछ गिने चुने ही डायमंड क्रासिंग हैं| कई डायमंड क्रासिंग को सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिया गया है|
नागपुर डायमंड क्रॉसिंग
नागपुर को अंग्रेजों द्वारा भारत का भौगोलिक केंद्र माना जाता था और इसे 0-मील मार्कर के साथ चिह्नित किया गया था| यह भारत में सबसे लोकप्रिय डायमंड क्रॉसिंग है| हालांकि, यह डायमंड क्रॉसिंग कई मिथकों से घिरा हुआ है| उनमें से एक का कहना है कि यह वह बिंदु है जहां उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम की रेखाएं मिलती हैं| एक और यह है कि यह भारत में एकमात्र डायमंड क्रॉसिंग है| असल में नागपुर जंक्शन के पास मौजूद डायमंड क्रासिंग भारत का अनूठा डायमंड क्रासिंग है क्यूंकि यह डबल लाइन डायमंड क्रॉसिंग है|
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