गार्ड रेल क्या होती हैं | Guard Rails Meaning in Hindi | Guard Rail in Railway

Guard Rails Meaning: रेलवे में अक्सर, किसी रेलवे स्टेशन, रोड ओवर ब्रिज (ROB), फुट ओवर ब्रिज (FOB), या लेवल क्रॉसिंग पर, या किसी पुल पर, रेलवे ट्रैक के बीचो-बीच दो और ट्रैक लगे होते हैं| इन्हें देख कर मन में ये सवाल आता है कि जब ट्रेन को इनपर चलना नहीं है तो इन्हें लगाने का क्या उद्देश्य होगा| इन्हें 'गार्ड रेल' (Guard Rail) कहा जाता है| आइये जानते हैं गार्ड रेल क्या होती हैं (Guard Rail Meaning in Hindi) और क्यों होता है इसका इस्तेमाल (Guard Rail in Railway):
guard rail meaning in railway

गार्ड रेल का उद्देश्य (Purpose of Guard Rail)

गार्ड रेल का रेलवे पुलों आदि पर लगाने का उद्देश्य यह है कि रेलगाड़ी के पटरी/रेल से उतरने (डिरेलमेंट होने) के कारण पुलों की भारी क्षति/नुक्सान न हो| 

गार्ड रेल कहाँ लगाते हैं

1. गार्ड रेल सभी गर्डर पुलों पर (डेक स्लैब के बिना प्री स्ट्रेस्ड कंक्रीट गर्डर पुलों सहित) चाहे वे मेजर ब्रिज हो या माइनर ब्रिज सभी पुलों पर लगाई जानी चाहिए| 
2. सभी मेजर और महत्वपूर्ण गिट्टी युक्त पुलों पर (Ballasted Bridge) गार्ड रेल लगानी चाहिए| 
3. उन सभी माइनर ब्रिज में गार्ड रेल लगानी चाहिए जहाँ पर रेलगाड़ियों के पटरी से उतरने के कारण (Derailment) गंभीर क्षति हो सकती है| 
4.  आर.ओ.बी (Road Over Bridge)/ एफ.ओ.बी (Foot Over Bridge) में गार्ड रेल लगानी चाहिए यदि उनके कॉलम/पियर/एबटमेन्ट ट्रैक के सेण्टर से 08 मीटर के अंदर हो|  
guard rail in bridges

ज्ञात हो बैलास्ट डेक पुल जो अधिक डिग्री की गोलाई में हो, लेकिन जहाँ अधिकतम परमीसिबिल स्पीड 30 किलोमीटर/घंटा से अधिक न हो, ट्रैक पर पी.एस.सी स्लीपर लगे हों और कर्व के अंदर की रेल पर चेक रेल की व्यवस्था हो, वहां गार्ड रेल नहीं लगाते| इसके साथ डेक स्लैब वाले सभी फ्लैट टॉप, आर्च और प्री स्ट्रेस्ड कंक्रीट गर्डर पुलों पर यदि गार्ड रेल नहीं बंधी है, तो पैरापेट दीवारों के बीच पुल की पूरी चौड़ाई में स्लीपरों को ऊपरी सतह तक गिट्टी से भर देना चाहिए| 

गार्ड रेल का डिज़ाइन (Design of Guard Rail)

ब्रॉड गेज के लिए गार्ड रेल डायमेंशन इस प्रकार हैं:
guard rail design
गार्ड रेल और रनिंग रेल के बीच का अंतर 250+-50mm (a) होना चाहिए| पुल के एबटमेन्ट से गार्ड रेल की सीधी लम्बाई 1825mm (L1) होती है| गार्ड रेल की मुड़ी हुई लम्बाई जो ट्रैक के सेण्टर में मिलती है 4875mm होती है|  
gaurd rail in hindi


रेलगाड़ी के डिब्बे/इंजन के चक्के का फ्लैंज 28.5 mm का होता है| इसी के हिसाब से गार्ड रेल लगाते हैं| इसी कारण गार्ड रेल की ऊंचाई रनिंग रेल से 25 मिली मीटर से अधिक नीची नहीं होनी चाहिए| यह दोनों रेल एक लेवल में हो सकते हैं| उदाहरण के लिए यदि रनिंग रेल 52 Kg रेल है तो ऐसे में गार्ड रेल 90 R हो सकती है क्यूंकि दोनों रेल की ऊंचाई का अंतर (156mm-142.8) 13.2 mm (<25mm) होगा| दूसरी ओर 60 Kg रनिंग रेल के साथ 52 Kg गार्ड रेल लगेगी क्यूंकि यहाँ दोनों रेल की ऊंचाई का अंतर (172mm-156) 16 mm होगा| 

ऐसे पुल जो गोलाई में हों तो रनिंग रेल और गार्ड रेल के अंतर को गोलाई की भीतरी और बाहरी रेलों की रनिंग रेल लेवल को जोड़ने वाली सीधी लाइन के रिफरेन्स से नापते हैं|        

गार्ड रेल की फिक्सिंग 

गिट्टी वाले डेक पुलों (Ballasted Deck Bridge) और उनके एप्रोच पर कंक्रीट स्लीपरों पर गार्ड रेल की फिक्सिंग अनुमोदित आरडीएसओ ड्राइंग के अनुसार रेल स्क्रू को उचित रूप से कसकर करना चाहिए| 
gaurd rail in through bridges

डबल लाइनों के थ्रू गर्डर पुलों पर, गार्ड रेल को दोनों लाइनों पर दोनों सिरों पर फैलाना चाहिए (Splaying of Guard Rail)| गार्ड रेल के सिरों को बनाते समय 1825 mm सीधा रखते हैं और उसके आगे के भाग को वर्टीकल मोड़ते हैं| डबल लाइनों पर थ्रू पुलों के अलावा अन्य पुलों के मामले में, स्प्लेइंग केवल विशेष लाइन की ट्रेन आने वाली दिशा पर किया जाना चाहिए|  
gaurd rail picture
गार्ड रेल के सिरों को वर्टीकल रूप से मोड़ा जाना चाहिए और बैलास्ट में अंदर धसा देना चाहिए और लटकते ढीले कपलिंग के उलझाव को रोकने के लिए अंत में लकड़ी का एक ब्लॉक का इस्तेमाल किया जाना चाहिए| 

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