SLR Meaning in Train: भारतीय रेलवे में सफर के दौरान यात्री कई तरह के कोच देखता है जैसे कि जनरल, स्लीपर, थर्ड ए.सी, सेकंड ए.सी, फर्स्ट ए.सी| इन सभी को छोड़कर एक कोच और होता है जिसे एसएलआर कहते हैं| आइये जानते हैं इंडियन रेलवे के पैसेंजर ट्रेन के कोच अरेंजमेंट में एसएलआर कोच (SLR meaning in Train) का क्या मतलब होता है:
एसएलआर का फुल फॉर्म (SLR Full Form in Railway)
रेलवे में एसएलआर के फुल फॉर्म की बात की जाए तो एसएलआर भारतीय रेलवे का एक कोच कोड है, जिसमें एस (S), एल(L) और आर(R) का मतलब इस प्रकार है:
S: Second Class
L: Luggage
R: Guard
ट्रेन में SLR का क्या मतलब होता है | SLR Meaning in Train
भारतीय रेल में एसएलआर का मतलब "सेकंड क्लास लगेज कम गार्ड ब्रेक यान" होता है जिसे द्वितीय श्रेणी माल ब्रेक यान भी कहते हैं| ज्ञात हो हर ट्रेन में आगे की तरफ इंजन और पीछे की तरफ गार्ड वैन होता है, जिसमें ट्रेन को अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए रेलवे कर्मचारी जैसे लोकोपायलट, सहायक लोकोपायलट और गार्ड (ट्रेन मैनेजर) होते हैं|
किसी भी आपातकालीन स्थिति में ट्रेन को रोकने के लिए गार्ड के पास कुछ संसाधन होते हैं जो उसे ब्रेकयान में प्रदान किये जाते हैं| सभी उपकरणों को रखने के लिए एक गार्ड को कम जगह की ही जरुरत होती है| एक रेलवे कोच की पूरी लम्बाई में से कुछ हिस्से में गार्ड ब्रेक यान बनाया जाता है| गार्ड के पास ट्रेन में ब्रेक लगाने की सुविधा होती है जिस कारण इसे गार्ड ब्रेक यान कहते हैं|
कोच के बाकी बचे हिस्से में पार्सल, लगेज रखने की जगह के साथ यात्रियों/दिव्यांग जनों के लिए भी उपयोगी बनाया जाता है|
इस प्रकार ऐसे कोच में जिसमें यात्रियों के सफर के लिए सेकंड क्लास के साथ सामान/पार्सल आदि रखने और गार्ड ब्रेक यान लगा होता है उसे ही एसएलआर (SLR Meaning in Train) कहते हैं|
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