महिला समानता दिवस कब मनाते हैं | Women's Equality Day 2024

Women's Equality Day 2024: विश्व में आमतौर पर महिलाओं को असमानता का सामना करना पड़ता है| भारत में भी लिंग आधारित भेदभाव जन्म से ही शुरू हो जाता है| घर से ही इसकी शुरुआत होती है| ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2024 के अनुसार कुल 146 देशों में भारत 129 वें स्थान पर है| महिलाओं को पुरुषों के सामान अधिकार दिलाने के लिए ही प्रत्येक वर्ष महिला समानता दिवस, न केवल भारत बल्कि पुरे विश्व में मनाया जाता है| आइये जानते हैं महिला समानता दिवस (Women Equality Day is celebrated on) कब मनाते हैं:
women equality day 2024 in hindi
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने हाल ही में 2024 के लिए वार्षिक जेंडर गैप रिपोर्ट जारी की, जो समाज के विभिन्न पहलुओं में लिंग असमानता को मापती है| लैंगिक समानता के मामले में भारत 146 देशों की सूची में 129वें स्थान पर है| यूँ तो पहले की तुलना, भारत में शिक्षा अब अधिक समावेशी हुई है और महिलाओं की साक्षरता में भी वृद्धि हो रही है, लेकिन फिर भी आज कई क्षेत्रों में महिलाओं को सामान अवसर नहीं मिल पाता| 

महिला समानता दिवस कब मनाते हैं (Women's Equality Day 2024 Date)

हर साल 26 अगस्त को दुनिया भर में 'महिला समानता दिवस' मनाया जाता है| इस वर्ष 104वां 'महिला समानता दिवस' मनाया जा रहा है| वैसे तो आज के समय यह दिवस विश्व भर में मनाया जा रहा है पर महिला समानता दिवस का इतिहास सयुंक्त राज्य अमेरिका से जुड़ा हुआ है, जहाँ यह पहली बार मनाया गया था| लगभग सौ वर्ष पहले महिलाओं को अमेरिका में वोट देने का भी अधिकार नहीं था| पचास सालों तक चली लड़ाई में अमेरिका की महिलाओं को 26 अगस्त 1920 के दिन मतदान का अधिकार मिला| इसी दिन को याद करते हुए अमेरिका में "महिला समानता दिवस" मनाया जाने लगा| अमेरिका के साथ महिलाओं की समानता का मुद्दा अब अंतर्राष्ट्रीय बन गया है| 
mahila samanta diwas 2023
महिला समानता दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है| वैसे तो कानून की नजर में पुरुष और महिला दोनों को समान अधिकार मिला हुआ है लेकिन समाज में अभी भी महिलाओं को लेकर लोगों के मन में दोहरी मानसिकता होती है| उन्हें अभी भी पुरुष के बराबर का अधिकार नहीं मिला है| महिला समानता दिवस महिलाओं को पुरुषों के समान मनाने की दिशा में एक कदम है| देश भर में कई महिला संगठन महिला समानता दिवस को जोर शोर से मनाते हैं| इसके साथ ही वो रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को समान अधिकार दिलाने की वकालत करते हैं| 

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