SATAT Scheme: भारत अपनी जरुरत का अधिकांश ईंधन (आयल/नेचुरल गैस) दूसरे देशों से इम्पोर्ट करता है| इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 2018 में सतत नामक पहल शुरू की थी, जिसके तहत पुरे देश में 5000 सीबीजी (कंप्रेस्ड-बायो गैस) प्लांट लगाने की योजना है| आइये जानते हैं क्या है सतत पहल (SATAT Initiative) का उद्देश्य:
सतत का क्या मतलब है (SATAT Full form)
SATAT Full form: "Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation"
SATAT (सतत) का मतलब "सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन" यानि "सस्ती परिवहन की ओर स्थायी विकल्प" है|
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने विभिन्न अपशिष्ट / बायोमास स्रोतों से संपीड़ित जैव गैस (कंप्रेस्ड बायो गैस) के उत्पादन के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने और प्राकृतिक गैस के साथ इसके उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1 अक्टूबर 2018 को "सतत वैकल्पिक सस्ती परिवहन की ओर (SATAT)" पहल शुरूआत की थी| "सतत" पहल के तहत उद्यमियों से संपीड़ित जैव-गैस (Compressed Bio-Gas-CBG) उत्पादन संयंत्र स्थापित करने और स्वचालित ईंधन (Automotive Fuel) में CBG के उपयोग हेतु बाज़ार में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है|
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली ने 25 जुलाई 2022 को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में अब तक सतत पहल के अंतर्गत 35 सीबीजी/बायोगैस सयंत्रों के चालू होने की बात कही|
कंप्रेस्ड बायो गैस (Compressed Bio Gas)
बायो गैस का निर्माण जैव अपशिष्टों जैसे कृषि अवशिष्ट, म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट वेस्ट आदि के एनारोबिक डोम्पोजीशन की प्रक्रिया द्वारा किया जाता है| बायो गैस को कंप्रेस कर कंप्रेस्ड बायो गैस का निर्माण किया जाता है| इसमें शुद्ध मीथेन की मात्रा 95 प्रतिशत तक होती है| कंप्रेस्ड बायो गैस, ऊर्जा क्षमता और कम्पोजीशन के हिसाब से कंप्रेस्ड नेचुरल गैस के समान है, इसलिए भविष्य में सीएनजी के स्थान पर परिवहन, उद्योग और अन्य वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए कंप्रेस्ड बायो गैस का प्रयोग किया जा सकता है|
कंप्रेस्ड बायो गैस के लाभ (Benefits of Compressed Bio Gas)
कंप्रेस्ड बायो गैस के प्रयोग से बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट के साथ कार्बन उत्सर्जन और प्रदुषण में कमी आएगी| इससे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के आयात पर निर्भरता में कमी आएगी| उद्यमिता, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रोजगार के नए अवसरों को बढ़ावा मिलेगा| इस महत्त्वपूर्ण पहल में अधिक किफायती परिवहन ईंधन, कृषि अवशेषों, मवेशियों का गोबर और नगरपालिका के ठोस अपशिष्ट के बेहतर उपयोग के साथ-साथ किसानों को अतिरिक्त राजस्व स्रोत प्रदान करने की क्षमता है। इस पहल का उद्देश्य किफायती परिवहन के लिये सतत विकल्प (Sustainable Alternative towards Affordable Transportation-SATAT) प्रदान करना है जो वाहन-उपयोगकर्त्ताओं के साथ-साथ किसानों और उद्यमियों दोनों को लाभान्वित करेगा| भविष्य में सीबीजी नेटवर्क को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क से जोड़कर घरेलु उपयोग में लाया जा सकता है|
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने कंप्रेस्ड-बायो गैस के उपयोग को बढ़ाने के लिए सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में सीएनजी के साथ सीबीजी के तुल्यकालन के लिए सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के संपीड़ित प्राकृतिक गैस (परिवहन) और पाइप्ड प्राकृतिक गैस (घरेलू) खंडों के लिए आपूत के लिए घरेलू गैस के सह-मिलन के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं| सरकार साथ ही नेशनल पालिसी ऑन बायोफ्यूल- 2018, गोबर-धन स्कीम जैसी पहल से सीबीजी समेत एडवांस जैव ईंधन को बढ़ावा देती है|
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