World AIDS Vaccine Day 2023: जैसा कि हम सभी जानते हैं, एड्स और एचआईवी हमारे समाज में हमेशा से एक स्वास्थ्य मुद्दा रहा है| भारत में लगभग 21 लाख लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं| इसका अभी तक कोई टीका नहीं है जिसका उपयोग इस घातक संक्रमण के प्रवाह को रोकने के लिए किया जा सके| एड्स वैक्सीन की निरंतर आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल एक दिन एचआईवी वैक्सीन जागरूकता दिवस (HIV Vaccine Awareness Day), या विश्व एड्स वैक्सीन दिवस (World AIDS Vaccine Day) के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं विश्व एड्स वैक्सीन दिवस कब मनाया जाता है (World Aids Vaccine Day is celebrated on) और क्या है इसका इतिहास:
2021 के अंत में लगभग 3.8 करोड़ लोग एचआईवी के साथ रह रहे थे, जिसमें साल 2021 में करीब 15 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित हुए| अब तक चार करोड़ से अधिक लोगों की एचआईवी संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है| एचआईवी और एड्स के खिलाफ वैश्विक प्रयासों के परिणामस्वरूप, एचआईवी से प्रभावित लगभग 68 प्रतिशत वयस्कों और 53 प्रतिशत बच्चों के पास 2019 में एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी (ART) तक पहुंच थी| साथ ही 85 प्रतिशत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के पास भी चिकित्सा तक पहुंच होने से उनके बच्चों को एचआईवी संक्रमण होने से बचाया गया था|
विश्व एड्स वैक्सीन दिवस कब मनाया जाता है (World AIDS Vaccine Day 2023)
हर साल मई महीने की 18 तारीख को विश्व एड्स वैक्सीन दिवस मनाया जाता है| पहली बार यह दिवस 18 मई 1998 को मनाया गया| इस दिन को मनाने का विचार अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा वर्ष 1997 में मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण का परिणाम है| राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि एचआईवी संक्रमण के प्रसार को सीमित करने और अंततः एड्स को मिटाने के लिए टीकाकरण एकमात्र तरीका है|
जब हम एड्स के लिए टीके के महत्व को स्वीकार करने के लिए एक दिन मना रहे हैं, तो यह आश्चर्य करना स्वाभाविक है कि हमारे पास अभी तक टीका क्यों नहीं है| एचआईवी की पहचान पहली बार 1984 में की गई थी और वैज्ञानिकों को दो साल के भीतर एक टीका विकसित करने की उम्मीद थी| लेकिन, आज तक कोई वैक्सीन नहीं मिली है| दरअसल मानव की प्रतिरक्षा प्रणाली एचआईवी के लिए अंधा प्रतीत होती है| प्रतिरक्षा प्रणाली एचआईवी संक्रमण से लड़ने के लिए पर्याप्त मजबूत एंटीबॉडी नहीं बना पाती|
बीमारी से ठीक हो चुके व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया की नकल करके टीके बनाए जाते हैं, लेकिन आज तक, कोई भी मानव एचआईवी संक्रमण से उबर नहीं पाया है| इसलिए, वैज्ञानिकों के लिए नकल करने के लिए कुछ भी नहीं है| एचआईवी बहुत जल्दी म्यूटेट होता है, इसलिए इसके लिए वैक्सीन ढूंढना बहुत मुश्किल है| एक कमजोर या मारे गए वायरस का उपयोग भी आमतौर पर टीके के रूप में किया जाता है, लेकिन यहाँ पर भी एचआईवी के कमजोर होने या मरने पर वांछित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया नहीं होती है|
विश्व एड्स वैक्सीन दिवस का उद्देश्य (World AIDS Vaccine Day)
विश्व एड्स वैक्सीन दिवस, वैक्सीन की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ, उन लोगों का भी जश्न मनाता है जो इस लक्ष्य की दिशा में काम कर रहे हैं| विश्व एड्स वैक्सीन दिवस पर दुनिया भर में कई गतिविधियां आयोजित की जाती हैं| इन गतिविधियों का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाने के साथ लोगों को भी शिक्षित करना है कि एचआईवी को कैसे रोका जा सकता है|
कब आएगी एचआईवी/एड्स की वैक्सीन
कोविड वैक्सीन के इतने कम समय में आने से लोगों में एचआईवी वैक्सीन को लेकर फिर से उम्मीद जगी है| एचआईवी वैक्सीन के कई क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं, लेकिन वर्तमान में कोई एचआईवी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है|
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