National Panchayati Raj Day 2023: भारत का संविधान पंचायतों को 'स्वशासन के संस्थानों' के रूप में मान्यता देता है| हमारे देश में ग्राम पंचायत, ब्लॉक पंचायत और जिला पंचायत समेत 2.5 लाख से अधिक पंचायतें हैं| 29 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधि हैं| ग्रामीण भारत में भारतीय सविंधान के 73वें संशोधन का प्रभाव बहुत स्पष्ट है क्योंकि इसने अपरिवर्तनीय रूप से शक्ति समीकरणों को बदल दिया| इस संशोधन द्वारा भारत की इसी पंचायती राज स्वशासन को मान्यता प्रदान करने के दिन को "राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस" (National Panchayati Raj Day) के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कब मनाते है (National Panchayati Raj Day is celebrated on):
भारत एक विस्तृत देश होने के साथ विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भी है| इसके कई प्रदेशों में जनसँख्या और क्षेत्रफल अधिक होने के कारण प्रदेश के सबसे ऊँचे पद पर बैठा व्यक्ति ग्रामीण इलाकों के लोगों की समस्याओं से अवगत नहीं हो पाता था| इसलिए देश में लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने के लिए वर्ष 1957 में 'बलवंत राय मेहता' की अध्यक्षता में एक समीति का गठन किया गया| इस समिति ने जनतांत्रिक विकेन्द्रीकरण की सिफारिश करी जिसे "पंचायती राज" कहा गया|
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कब मनाया जाता है (National Panchayat Raj Day 2023)
हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day) मनाया जाता है| इस दिवस का आयोजन पंचायती राज मंत्रालय द्वारा किया जाता है| इस दिवस को मनाने का मकसद राष्ट्रीय स्थानीय स्वशासन और लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को चिन्हित करना है|
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पहली बार 24 अप्रैल 2010 को मनाया गया| दरअसल इसी तारीख '24 अप्रैल' 1993 से ही सविंधान का 73वां संशोधन अधिनियम, 1992 लागू हुआ था| इसलिए इसी की याद में प्रतिवर्ष 24 अप्रैल को 'राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस' मनाया जाता है| संविधान (73वां संशोधन) अधिनियम, 1992 द्वारा ही पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है|
यद्यपि पंचायती राज संस्थाएं लंबे समय से अस्तित्व में हैं, लेकिन यह देखा गया कि ये संस्थाएं नियमित चुनाव की अनुपस्थिति, लंबे समय तक सुपर सत्र, अनुसूचित जातियों जैसे कमजोर वर्गों के अपर्याप्त प्रतिनिधित्व, वित्तीय संसाधनों की कमी सहित कई कारणों से व्यवहार्य और उत्तरदायी जन निकायों की स्थिति और गरिमा प्राप्त करने में सक्षम नहीं थी| इसी लिए पंचायती राज को भारत के सविंधान के दायरे में लाने का कार्य किया गया|
इस प्रकार 24 अप्रैल की यह तिथि जमीनी स्तर पर राजनीतिक शक्ति के विकेंद्रीकरण के इतिहास में एक निर्णायक क्षण को चिह्नित करती है|
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2023 | National Panchayat Raj Day 2023 in Hindi
सविंधान के 73 वें संशोधन का एक अहम् पहलु देश की ग्राम पंचायतों को अपने गाँव के विकास के लिए निर्णय लेने के लिए पूर्ण अधिकार देना था| इस संशोधन से हर एक ग्राम पंचायत अपने गाँवों की तरक्की के लिए 29 विषयों पर खुद निर्णय ले सकती है| एक आदर्श ग्राम पंचायत वही कही जा सकती है जो इन विषयों को ध्यान में रखकर और ग्राम सभाओं की सहमति के साथ अपने गाँव के हर नागरिक का चौमुखी विकास करे|
भारत में पंचायती राज व्यवस्था तीन प्रकार की हैं- ग्राम स्तरीय पंचायत, ब्लॉक स्तरीय पंचयात, जिला स्तरीय पंचायत|
भारत में सबसे पहले पंचायती राज व्यवस्था राजस्थान राज्य में लागू की गई थी| इस योजना का शुभारम्भ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने नागौर जिले में 02 अक्टूबर 1959 किया था| इसके बाद इस योजना को 1959 में ही आंध्र प्रदेश में लागू किया गया|
पंचायती राज मंत्रालय (MoPR)
भारत में पंचायती राज व्यवस्था की देखरेख के लिए 27 मई 2004 को पंचायती राज मंत्रालय को एक अलग मंत्रालय बना दिया गया| पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार की ही एक शाखा है, जो राज्यों में विकेंद्रीकरण और स्थानीय शासन की चल रही प्रक्रियाओं को देखती है| मंत्रालय पंचायती राज और पंचायती राज संस्थाओं से सम्बंधित सभी मामलों को देखता है| पंचायती राज मंत्रालय का नेतृत्व कैबिनेट स्तर का मंत्री करता है|
पंचायती राज मंत्रालय द्वारा देशभर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों/राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को पुरस्कृत किया जाता है| यह पुरस्कार हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर दिए जाते हैं| पंचायती राज मंत्रालय (एमओपीआर), भारत सरकार 2011-12 से राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों द्वारा अनुशंसित सर्वोत्तम निष्पादन करने वाली पंचायतों को प्रोत्साहित कर रहा है| राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस कार्यक्रम के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को निम्नलिखित पुरस्कार दिए जा रहे हैं:
- दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार
- नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार
- ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार
- बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2023 | National Panchayati Raj Day 2023
ग़ौरतलब है कि पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2022 समारोह में भाग लेने के लिए जम्मू कश्मीर के दौरे पर गए थे और उन्होनें सांबा जिले के पल्ली पंचायत से देश भर की सभी ग्राम सभाओं को संबोधित किया| राष्ट्रीय पंचायती दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उन्होनें ट्वीट किया-
"आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की ढेरों शुभकामनाएं| पंचायतें भारतीय लोकतंत्र का आधारस्तंभ हैं, जिनकी मजबूती में ही नए भारत की समृद्धि निहित है| आइए, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी पंचायतों को और अधिक सशक्त करने का संकल्प लें|"
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