Rajasthan Diwas 2023: सोने री धरती जठे, चांदी रो आसमान| रंग-रंगीलो रस भरियो, म्हारो प्यारो राजस्थान| भारत के उत्तर पश्चिम में स्थित राज्य "राजस्थान" भारतीय विरासत और राजशाही को बारीकी से देखने के लिए सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है| रणथम्बोर राष्ट्रीय उद्यान, थार रेगिस्तान, अरावली पर्वत श्रृंखला, कई प्रसिद्ध किलों और महलों आदि का राज्य 'राजस्थान' अपना स्थापना दिवस 'राजस्थान दिवस' के रूप में मनाता है| आइये जानते हैं राजस्थान दिवस कब मनाया जाता है (Rajasthan Day is celebrated on) और क्या है इस दिन का इतिहास:
राजस्थान दिवस कब मनाया जाता है (Rajasthan Day is celebrated on)
राजस्थान दिवस (Rajasthan Diwas 2023) प्रति वर्ष 30 मार्च को मनाया जाता है| इस दिवस का इतिहास जाता है आज से लगभग 74 वर्ष पहले, 30 मार्च 1949 तक| दरअसल, भारत की आजादी के बाद राजस्थान का एकीकरण हो रहा था| उस समय राजस्थान में कुल 19 रियासतें, 03 ठिकाने- लावा, नीमराणा, कुशलगढ़ और 01 केंद्र शासित प्रदेश अजमेर मेरवाड़ा था| राजस्थान के वर्तमान स्वरुप तक पहुँचने में 08 वर्षों से अधिक समय लगा| 18 मार्च 1948 को शुरू हुई राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में 1 नवंबर 1956 को पूरी हुई| इसमें गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वी. पी. मेनन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी| इनकी सूझबूझ से ही राजस्थान के वर्तमान स्वरूप का निर्माण हो सका|
18 मार्च, 1948 को अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली रियासतों का विलय होकर 'मत्स्य संघ' बना| धौलपुर के तत्कालीन महाराजा उदयसिंह राजप्रमुख व अलवर राजधानी बनाई गई| इसके बाद 25 मार्च, 1948 को कोटा, बूंदी, झालावाड़, टोंक, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, किशनगढ़ व शाहपुरा का विलय होकर राजस्थान संघ बना| फिर 18 अप्रॅल, 1948 को उदयपुर रियासत का विलय होकर इसका नया नाम 'संयुक्त राजस्थान संघ' रखा गया| उदयपुर के तत्कालीन महाराणा भूपाल सिंह राजप्रमुख बने|
30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था| यही राजस्थान की स्थापना का दिन (Rajasthan Day) माना जाता है| हालाँकि 15 अप्रैल, 1949 को 'मत्स्य संघ' का और 26 जनवरी, 1950 को सिरोही रियासत का भी वृहत्तर राजस्थान संघ में विलय हुआ था| इसके बाद भी 1 नवंबर, 1956 को आबू, देलवाड़ा तहसील का भी राजस्थान राज्य में विलय हुआ| साथ ही मध्य प्रदेश में शामिल सुनेल टप्पा को भी राजस्थान में शामिल किया गया|
राजस्थान दिवस पर राजस्थान राज्य के बारे में कुछ जानकारी | Rajasthan Diwas 2023
- भारत का सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला राज्य राजस्थान है- 3,42,239 वर्ग किलोमीटर|
- राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर है| इस शहर को 1727 में महाराजा जयसिंह द्वारा स्थापित किया गया था| जयपुर को पिंक सिटी और राजस्थान का पेरिस भी कहा जाता है|
- राजस्थान का लोकप्रिय नृत्य घूमर है| घूमर के अलावा राजस्थान में कठपुतली, भोपा, चांग, तेराताली, घिंद्र, कच्छी घोरी और तेजाजी नृत्य भी बहुत लोकप्रिय है|
- राजस्थान का राष्ट्रीय पक्षी गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) जिसका वैज्ञानिक नाम (Ardeotis Nigriceps) हैं| इसके अन्य नाम सोहन चिड़िया, हुकना, गुरायिन आदि हैं|
- राजस्थान का प्रतीक चिह्न है:
- राजस्थान का राष्ट्रीय पशु चिंकारा और ऊंट है| चिंकारा को भारतीय गेज़ल के नाम से भी जाना जाता है और यह ज्यादातर पहाड़ी मैदानों, पहाड़ियों और रेगिस्तानी इलाकों में रहते हैं| ऊंट को रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है|
- राजस्थान का राष्ट्रीय खेल "बास्केट बॉल" है|
- राजस्थान का राज्य वृक्ष "खेजरी" और राज्य पुष्प "रोहिड़ा" है|
- राजस्थान राज्य में 33 जिले हैं और सबसे बड़ा जिला जैसलमेर है| इसी के साथ राज्य में सात मंडल हैं: जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर|
- राजस्थान में एक सदन है जिसमें 200 विशानसभा सीट हैं|
- लोकसभा में राजस्थान की 25 सीट हैं और राज्यसभा में 10 सीट हैं|
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