Ugadi 2023 Date: उगादि पर्व हिन्दू नववर्ष के आगमन की ख़ुशी में मनाया जाता है| जहाँ "उगादी" या "युगादि" को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के लोगों द्वारा, वर्ष के पहले दिन के रूप में मनाते हैं वहीँ महाराष्ट्र में इस दिन को "गुड़ी पड़वा" के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं इस वर्ष उगादि कब है (Ugadi Festival 2023 Date) और उगादि के उपलक्ष्य पर कुछ शुभकामना सन्देश (Happy Ugadi Wishes):
उगादि का मतलब क्या होता है (Ugadi Meaning)
'उगादि' या 'युगादि' दो शब्दों से मिलकर बना है-"युग" जो समय को दर्शाता है और "आदि" जो अनंत की शुरुआत को दर्शाता है| इस प्रकार उगादि का मतलब होता है "नए समय की शुरुआत"| इस साल 1945 शक सम्वत और 2080 विक्रम सम्वत की शुरुआत हो रही है|
उगादि कब है (Ugadi Festival 2023 Date)
हिन्दू पंचांग के अनुसार उगादि, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाते हैं| प्रतिपदा तिथि सूर्योदय के समय होनी चाहिए| यदि प्रतिपदा दो दिनों के सूर्योदय पर पड़ रही हो तो पहले दिन उगादि का त्यौहार मनाया जाता है| यदि प्रतिपदा तिथि पर सूर्योदय नहीं पड़ रहा हो तो, जिस दिन वह तिथि शुरू हुई हो, उसी दिन उगादि पर्व मनाते हैं| वर्ष 2022 में उगादि का पर्व 02 अप्रैल को मनाया गया था| इस वर्ष 2023 में उगादी का पर्व 22 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा| चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 मार्च रात्रि 10 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी| वहीँ इसकी समाप्ति अगले दिन 22 मार्च 08 बजकर 20 मिनट पर होगी| इस साल तेलगु शक सम्वत 1945 का आगमन होगा|
उगादि पर्व कैसे मनाते हैं (Ugadi Festival 2023)
उगादि का त्यौहार अधिकमास में नहीं मनाया जाता है| यह केवल शुद्ध चैत्र माह में मनाते हैं| इस त्यौहार की शुरुआत एक सप्ताह पहले ही हो जाती है| लोग अपने-अपने घरों को सजाते हैं और नए साजो-सामान और वस्त्रों की खरीदारी करते हैं| इस दिन लोग सूर्योदय से पहले जागकर स्नान करते हैं और आम के पत्ते से बने तोरण से घर के दरवाजे को सजाते हैं|
उत्तर भारतीय लोग उगादी नहीं मनाते, लेकिन यहाँ इसी दिन पर नौ दिनों की चैत्र नवरात्रि की पूजा शुरू होती है|
उगादि और गुड़ी पड़वा (Ugadi and Gudi Padwa)
उगादी को महाराष्ट्र के लोगों द्वारा गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है| उगादी और गुड़ी पड़वा दोनों एक ही दिन मनाते हैं| इसी दिन चैत्र नवरात्रों की शुरुआत होती है|
क्यों बदलती है उगादि की तारीख (Why Ugadi Date Change)
उगादी चंद्र-सौर कैलेंडर के अनुसार नया साल है| चंद्र-सौर कैलेंडर में दिनों और महीनों का विभाजन चंद्रमा और सूर्य की स्थिति दोनों पर निर्भर करता है| जहाँ ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से प्रत्येक वर्ष 01 जनवरी को ही नया साल मनाया जाता हैं, वहीँ उगादि भी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को ही मनाते हैं| लेकिन ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह तिथि अपना स्थान प्रति वर्ष बदलती रहती है|
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