Rashtriya Yuva Diwas 2023: किसी भी देश का भविष्य उसके युवाओं पर निर्भर होता है| नई प्रतिभा के आने से न केवल देश की प्रगति होती है बल्कि देश का विकास भी सही राह पर आगे बढ़ता है| देश के युवाओं के सही मार्गदर्शन करने के लिए प्रत्येक वर्ष एक दिन "राष्ट्रीय युवा दिवस" (नेशनल युथ डे) मनाया जाता है| आइये जानते हैं राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है (National Youth Day is celebrated on) और क्या है इसका महत्त्व (National Youth Day 2023):
राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है? (National Youth Day 2023 celebrated on)
राष्ट्रीय युवा दिवस हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है| इसी दिन युवाओं के प्रेरणास्रोत और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद जी का जन्म हुआ था| स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को सम्मान देने के लिए हर साल उनकी जन्मतिथि पर 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के रूप में मनाते हैं|
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वर्ष 1985 को सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा 'अंतराष्ट्रीय युवा वर्ष' घोषित किया गया था| तब सन 1984 में भारत सरकार ने यह घोषणा करी कि सन 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी यानि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को देश भर में "राष्ट्रीय युवा दिवस" (National Youth Day) के रूप में मनाया जाएगा| स्वामी विवेकानंद का जीवन, कार्य और उनके आदर्श भारतीय युवकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं| स्वामी विवेकानंद भी राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं की भूमिका को हमेशा महत्वता देते थे|
राष्ट्रीय युवा दिवस कैसे मनाया जाता है? (National Youth Day Celebration)
राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन देश-भर के स्कूलों और कॉलेजों में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है| योग की स्पर्धा का आयोजन किया जाता है| विवेकानंद के साहित्य की प्रदर्शनी लगती है| इसके अलावा स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के अवसर पर देश भर में फैले रामकृष्ण मिशन के केंद्रों में भारतीय संस्कृति और परंपरा को समृद्ध करने हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं| इसी के साथ राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन भी किया जाता है|
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 (National Youth Day 2023)
पिछले साल, राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 के समय भारत के आज़ादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत हो चुकी थी| वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का पुडुचेरी में वर्चुअली उद्घाटन किया| इस महोत्सव का उद्देश्य भारत के युवाओं को एक दिशा देना और उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए एक सयुंक्त शक्ति में बदलना था| सामाजिक एकता और बौद्धिक और सांस्कृतिक एकीकरण में सबसे बड़े अभ्यासों में से एक, इसका उद्देश्य भारत की विविध संस्कृतियों को लाना और उन्हें "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" के एक सूत्र में एकीकृत करना था| कोरोना के चलते पिछले साल ज्यादातर कार्यक्रमों की तरह राष्ट्रीय युवा महोत्सव भी वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित किया गया|
इस साल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 12 जनवरी, 2023 को कर्नाटक के हुबली में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे| इस वर्ष, महोत्सव 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में आयोजित किया जा रहा है, जिसका विषय "विकसित युवा - विकसित भारत" है (National Youth Day 2023 Theme)|
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में कलकत्ता में हुआ था| बचपन में स्वामी विवेकानंद का नाम उनकी माँ ने वीरेश्वर रखा था| बाद में उनका नाम नरेन्द्रनाथ दत्त हो गया| उनके गुरु का नाम स्वामी रामकृष्ण परमहंस था| स्वामी विवेकानंद ने 25 वर्ष की आयु में ही गेरुआ वस्त्र धारण कर पुरे भारत की पैदल यात्रा करी| उन्होनें सन 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मलेन में हिन्दुओं का प्रतिनिधित्व कर उसे एक पहचान दिलाई थी| उन्होनें यह दिखाया कि विश्व संस्कृति में भारत का बहुत बड़ा योगदान है|
उन्होंने यह दिखाया कि विज्ञान और धर्म विरोधात्मक नहीं बल्कि कम्प्लीमेंटरी हैं| उन्होनें भारतीय संस्कृति को एक पहचान दिलाई और हिन्दू धर्म के एकीकरण में अहम् भूमिका निभाई|
उन्होंने अपने गुरु श्री राम कृष्ण की शिक्षाओं का प्रचार करने के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना करी और आधुनिक विश्व के सन्दर्भ में कई प्राचीन हिन्दू शास्त्रों की व्याख्या की| उन्होनें योग को लोकप्रिय बनाने में भी एक अहम् भूमिका निभाई| उन्होंने युवाओं को चरित्र निर्माण की ओर प्रेरित किया और कहा कि मनुष्य को महान बनने के लिए संदेह, ईर्ष्या और द्वेष छोड़ना होता है|
स्वामी जी ने यह भविष्यवाणी करी थी कि वे 40 वर्ष की आयु को प्राप्त नहीं कर पाएंगे| उनकी यह बात तब सही साबित हुई जब 04 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की आयु में उन्होंने समाधी की अवस्था में अपने प्राण त्याग दिए| उनकी मृत्यु की वजह तीसरी बार दिल का दौरा थी|
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 पर स्वामी विवेकानंद के विचार
"संभव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल जाना|" नेशनल युथ डे 2023
"उठो जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए" नेशनल युथ डे 2023
"युवाओं को चरित्र निर्माण के लिए पांच सूत्र हैं: आत्मविश्वास, आत्मत्याग, आत्मसंयम, आत्मनिर्भरता और आत्मज्ञान"-स्वामी विवेकानंद
"यदि आप भारत को जानना चाहते हैं, तो विवेकानंद को पढ़िए!!"-रबीन्द्रनाथ नाथ ठाकुर
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