राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023: प्राचीन काल में महिलाओं का बहुत सम्मान किया जाता था| लेकिन समय के साथ इनकी स्थितियों में बहुत बदलाव आया और लड़कियों के प्रति समाज की सोच के कारण ही बालविवाह प्रथा, सती प्रथा, दहेज़ प्रथा और कन्या भ्रूण हत्या जैसी रूढ़िवादी प्रथाएं काफी प्रचलित हो गई| इसके साथ ही लड़कियों को शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार और चिकित्सा जैसे अधिकारों से वंचित रखा जाने लगा| लेकिन अब इस आधुनिक युग में लड़कियों को उनके अधिकार देने और लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं| इसी उद्देश्य से भारत द्वारा एक दिन राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है| आइये जानते हैं राष्ट्रीय बालिका दिवस कब और क्यों मनाते हैं:
राष्ट्रीय बालिका दिवस की जरुरत क्यों है?
आज के समय में भी कन्या भ्रूण हत्या, लैंगिक असमानता से लेकर यौन शोषण तक बालिकाओं के प्रति मुद्दों की कोई कमी नहीं है| भारत में ही नहीं विश्व भर में लैंगिक भेदभाव एक बड़ी समस्या है, जिसका सामना लड़कियों या महिलाओं को जीवनभर करना पड़ता है| इसलिए भारत सरकार द्वारा लड़कियों की स्थिति में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं| राष्ट्रीय बालिका दिवस भी ऐसा ही एक प्रयास है जो बालिकाओं की प्रगति के लिए वर्ष में किये गए और किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करता है|
राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया जाता है (National Girl Child Day celebrated on)
भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है| यह दिन 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय की एक पहल थी| राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य भारत की लड़कियों को सहायता प्रदान करना, बालिकाओं के अधिकारों के प्रति और बालिका शिक्षा के महत्व के साथ उनके स्वास्थ्य और पोषण के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है| सरकार ने 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भी शुरू करी, जो एक बड़े पैमाने पर शुरू किया हुआ जागरूकता कार्यक्रम है|
24 जनवरी को मनाया जाने वाला "राष्ट्रीय बालिका दिवस" का दिन "अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस" से अलग है जो प्रति वर्ष सयुंक्त राष्ट्र द्वारा 11 अक्टूबर को मनाते हैं| समाज में लड़कियों की स्थिति को बढ़ावा देने के लिए 'राष्ट्रीय बालिका दिवस' पर पुरे देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है|
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य
समाज में लोगों की चेतना को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कार्य के रूप में "राष्ट्रीय बालिका दिवस" प्रतिवर्ष मनाया जाता है| इस दिन का उद्देश्य भारतीय समाज की बालिका शिशुओं के द्वारा सामना की जा रही असामनता को हटाना, यह सुनिश्चित करना कि भारतीय समाज में हर बालिका शिशु को उचित सम्मान और महत्त्व दिया जा रहा है|
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाना यह सुनिश्चित करता है कि देश की हर बालिका शिशु को उसके सभी मानव अधिकार मिलें| यह दिन भारत में बाल लिंगानुपात के खिलाफ भी कार्य करता है| इस प्रकार राष्ट्रीय बालिका दिवस भारत में लोगों के बीच लिंग समानता को प्रचारित करता है और बालिकाओं के स्वास्थ्य, सम्मान, शिक्षा, पोषण आदि से जुड़े मुद्दों के बारे में चर्चा को महत्व देता है|
राष्ट्रीय बालिका दिवस | National Girl Child Day 2023
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 24 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया| राष्ट्रीय बालिका दिवस लैंगिक भेदभाव से निपटने और बालिका शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर जोर देने के लिए मनाया जाता है| इसी के साथ इस दिन को बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी मनाते हैं| इस वर्ष, राष्ट्रीय बालिका दिवस के उत्सव के रूप में, मंत्रालय ने इस आयोजन को जनभागीदारी बनाने का निर्णय लिया| राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और जिलों से 18 से 24 जनवरी, 2023 तक बालिकाओं के मूल्यांकन से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करने का अनुरोध किया गया|
राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों ने नेशनल गर्ल चाइल्ड डे के 5 दिवसीय समारोहों में विभिन्न कार्यकलाप/कार्यक्रम शुरू किए| सीएसआर पर विशेष ग्राम सभा/महिला सभा, शपथ ग्रहण समारोह/हस्ताक्षर समारोह, डोर टू डोर कार्यक्रम, बालिकाओं के मूल्य पर स्कूलों (सरकारी/निजी) के साथ कार्यक्रम, स्कूलों के बीच पोस्टर/स्लोगन-राइटिंग/ड्राइंग/वॉल पेंटिंग प्रतियोगिता, सामुदायिक संवेदीकरण कार्यक्रम, लड़कियों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मुद्दों पर टॉक शो, वृक्षारोपण अभियान जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया|
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