राष्ट्रीय किसान दिवस 2023: खेती दुनिया के सबसे पुराने पेशे में से एक है जो लगभग 12000 सालों से चला आ रहा है| दुनिया भर के किसान खेती उत्पादन के लिए अथक परिश्रम करते हैं| इन किसानों के योगदान को मनाने के लिए अधिकांश राष्ट्रों द्वारा अलग-अलग दिन किसान दिवस मनाया जाता है| आइये जानते हैं भारत में राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmer's Day) कब मनाया जाता है और क्या है इस दिन का महत्व:
किसान दिवस कब मनाया जाता है (National Farmer's Day is Celebrated on)
अलग-अलग देशों में किसानों की महत्वता को बताने वाला यह दिवस साल के अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है| जहाँ अमेरिका में नेशनल फार्मर्स डे 12 अक्टूबर को मनाते हैं वहीँ साउथ कोरिया में यह दिन 11 नवंबर को मनाया जाता है| भारत में नेशनल फार्मर्स डे (National Farmer's Day) हर साल 23 दिसंबर को मनाया जाता है|
नेशनल फार्मर्स डे को हिंदी में राष्ट्रीय किसान दिवस के नाम से जाना जाता है| नेशनल फार्मर्स डे या किसान दिवस भारत के पाँचवें प्रधानमंत्री और महान किसान नेता श्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है| उन्होनें भारतीय किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियां शुरू करीं| इस पावन दिवस पर आम लोगों को कृषि और इसके महत्त्व के बारे में बताने और शिक्षित करने के लिए कृषि पर विभिन्न कार्यक्रम, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है| इस दिन किसानों के विकास हेतु काम करने वालों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है|
राष्ट्रीय किसान दिवस को चौधरी चरण सिंह जयंती के रूप में भी मनाते हैं| ऐसा माना जाता है कि चौधरी चरण सिंह की कड़ी मेहनत के कारण ज़मींदारी अबोलिशन बिल 1952 पारित किया गया था| भारत सरकार द्वारा साल 2001 में चौधरी चरण सिंह की जयंती के दिन को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था|
राष्ट्रीय किसान दिवस 2023 (National Farmer Day 2023)
भारत में किसान दिवस प्रति वर्ष 23 दिसंबर को मनाया जाता है| इस वर्ष 2023 में यह दिन 23 दिसंबर 2023 शनिवार के दिन मनाया जाएगा| यह दिन देश के किसानों को मनाने के लिए मनाया जाता है| यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण हो जाता है कि देश के किसान इतने सारे लोगों के लिए जीवन का सबसे प्रमुख साधन होने के बावजूद, बहुत से लोग इनके द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं से अवगत नहीं हैं| इसलिए राष्ट्रीय किसान दिवस हम सभी के लिए इन किसानों को धन्यवाद देने के लिए एक आदर्श अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है, जो हमारे आत्मीय भोजन के प्राथमिक स्रोत हैं|
श्री चौधरी चरण सिंह जयंती
चौधरी चरण सिंह का जन्म उत्तरप्रदेश के हापुड़ जिले में 23 दिसंबर 1902 को हुआ था| आगे चलकर वह भारत के पांचवे प्रधानमंत्री बने| वे 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे थे| उन्होनें अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान किसानों की दशा सुधारने के लिए कई नीतियां बनाई थी| वे राजनेता होने के साथ ही एक अच्छे लेखक भी थे| अंग्रेजी भाषा में भी उनकी अच्छी पकड़ थी| उन्होनें आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेकर साल 1928 में गाज़ियाबाद में वकालत प्रारम्भ करी| वे 03 अप्रैल 1967 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने| उन्होनें 17 अप्रैल 1968 को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था| उसके बाद वे दोबारा 17 फरवरी 1970 को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बने| इसके बाद वे केंद्र सरकार में गृहमंत्री भी बने और उन्होंने मंडल और अल्पसंख्यक आयोग की स्थापना की थी|
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