टेंडर कितने प्रकार के होते हैं| Different Types of Tender in Civil Engineering

Types of Tender in Civil Engineering: सरकारी कार्य हो या फिर कोई निजी कार्य, कई बार किसी कार्य को पूरा करने के लिए किसी कांट्रेक्टर की आवश्यकता पड़ती है| आधिकारिक तौर पर कार्य करने के लिए कांट्रेक्टर को टेंडर द्वारा आमंत्रित किया जाता है| ऐसे में आइये समझते हैं टेंडर क्या होता है और कितने प्रकार का होता है:

 


टेंडर क्या होता है? (What is Tender)

टेंडर किसी कार्य को करने के लिए ओनर द्वारा निकाले गए एक निमंत्रण की तरह होता है, जिससे कोई ठेकेदार/कांट्रेक्टर एक तय सीमा और तय धनराशि में उसके उस कार्य को पूरा करने के लिए आवदेन कर सके| इसी इनविटेशन/निमंत्रण को टेंडर कहा जाता है| इसे एक प्रकार की बोली और प्रस्ताव के रूप में भी समझा जा सकता है जो ठेकेदार द्वारा निर्धारित समय सीमा के साथ निर्दिष्ट शर्तों के तहत किसी कार्य को पूरा करने और निर्दिष्ट कार्य के लिए सामग्री की आपूर्ति के लिए किया जाता है| 

किसी कार्य को करने के लिए टेंडर निकालने का उद्देश्य, मार्किट से सबसे अधिक आर्थिक और प्रतिस्पर्धी दर प्राप्त करना होता है|  


टेंडर के प्रकार (Types of Tender)

टेंडर मुख्य रूप से पांच तरह के होते हैं: 

Local Tender (लोकल टेंडर): यदि कोई टेंडर या काम करने के इनविटेशन केवल लोकल एरिया के कांट्रेक्टर को दिया गया हो तो इस प्रकार के टेंडर को लोकल टेंडर कहा जाता है| लोकल टेंडर स्थानीय रूप से प्रकाशित होते हैं|   

Open Tender (ओपन टेंडर): बहुत से टेंडर ऐसे होते हैं जिनमें टेंडर भरने की कई शर्तें शामिल होती हैं, और कई बार टेंडर में कोई शर्त शामिल नहीं होती| जिन टेंडर में कोई भी कांट्रेक्टर आवेदन कर सकता है, उस टेंडर को ओपन टेंडर कहते हैं| ओपन टेंडर सार्वजनिक विज्ञापनों द्वारा खुले सार्वजनिक तरीके से आमंत्रित किये जाते हैं, जिसमें सभी ठेकेदारों को टेंडर जमा करने का समान अवसर मिलता है| इस प्रकार के टेंडर का सरकारी और निजी, दोनों क्षेत्रों में पालन किया जाता है, लेकिन सरकारी कार्यों में इसे तरजीह दी जाती है|        

Limited Tender (लिमिटेड टेंडर): लिमिटेड टेंडर किसी तय कार्य के लिए निकाला जाता है और इसके लिए उस प्रस्ताव विशेषज्ञता अनुसार सम्बंधित कांट्रेक्टर को ही टेंडर भरने की अनुमति होती है| इस प्रकार के टेंडर को रिस्ट्रिक्टेड टेंडरिंग या सेलेक्टिव टेंडरिंग भी कहते हैं| इस प्रकार के टेंडर की विशेषता यह है कि इसमें कुछ कांट्रेक्टर ही विशिष्ट प्रकार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए योग्य होते हैं इसलिए प्रतिस्पर्धा कुछ ठेकेदारों तक ही सीमित होती है| कई बार काम की महत्वता के आधार पर चयन प्रक्रिया में लगने वाले समय और लागत को कम करने के लिए इस प्रकार के टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं|    

Global Tender (ग्लोबल टेंडर): ग्लोबल टेंडर वह होता है जिसमें लोकल कांट्रेक्टर के साथ देश से बाहर के कांट्रेक्टर भी आवेदन कर सकते हैं| इस तरह का टेंडर विदेशी एम्बेसी, विदेशी अखबार आदि में भी प्रकाशित किये जाते हैं, जिससे विश्व भर के कांट्रेक्टर टेंडर भर सकें|   

Negotiated Tender (नेगोशिएटेड टेंडर): यह एक प्रकार का टेंडर है जिसमें कार्य के लिए भुगतान की जाने वाली कीमत पर एक ठेकेदार के साथ बातचीत की जाती है| इस प्रकार का सिंगल कांट्रेक्टर के साथ किया जाने वाला कॉन्ट्रैक्ट अत्यधिक विशिष्ट ठेकेदारों के लिए या मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ाने के लिए उपयुक्त होता है| इसे सिंगल टेंडर भी कहते हैं|    


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