Fineness Test of Cement: सीमेंट की विशेषताओं के लिए उसका पार्टिकल साइज बहुत मायने रखता है| समय के साथ सीमेंट का भी विकास होता रहा और बारीक सीमेंट कणों का निर्माण भी होता रहा| लेकिन इसकी इतनी महत्वता क्यों है| आइये जानते हैं क्या होता है फाइननेस ऑफ़ सीमेंट, इसकी विशेषता और Fineness of Cement कैसे पता करते हैं|
- फाइननेस ऑफ़ सीमेंट क्या होता है
- फाइन सीमेंट होने के फायदे (Advantages of fine Cement)
- फाइन सीमेंट होने के नुक्सान (Disadvantages of fine grinding of Cement)
- फाइननेस टेस्ट ऑफ़ सीमेंट IS Code
- फाइननेस ऑफ़ सीमेंट कैसे निकालते हैं (Determine Fineness of Cement)
फाइननेस ऑफ़ सीमेंट क्या होता है
दो प्रकार के सीमेंट, यदि एक ही जैसी रासायनिक सरंचना (केमिकल कम्पोजीशन) से बने हों पर उनके कणों का आकार अलग-अलग हो तो उनकी विशेषताओं में बहुत अंतर आ जाता है| एक ज्यादा महीन सीमेंट में अधिक सतह क्षेत्रफल (surface area) होता है, जिस कारण पानी के साथ मिलने पर हाइड्रेशन के लिए ज्यादा एरिया मिलता है और सीमेंट की स्ट्रेंथ भी तेजी से बढ़ती है| 01 किलोग्राम सीमेंट में कणों के सतह क्षेत्रफल (Surface area of particles) को Fineness of Cement कहा जाता है|
भारतीय मानक कोड के अनुसार सीमेंट का आर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट के तीनों ग्रेड (33 ग्रेड, 43 ग्रेड, 53 ग्रेड) की न्यूनतम फाइननेस 225 वर्ग मीटर प्रति किलोग्राम होनी चाहिए|
फाइन सीमेंट होने के फायदे (Advantages of fine Cement)
- फाइन सीमेंट होने से हाइड्रेशन के बाद तेजी से कम्प्रेस्सिव स्ट्रेंथ में इजाफा होता है| रैपिड हार्डनिंग सीमेंट की फाइननेस 3250 वर्ग सेंटीमीटर प्रति ग्राम से अधिक होती है इसलिए जो दबाव क्षमता आर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट में 07 दिनों में आती है वह क्षमता रैपिड हार्डनिंग सीमेंट 03 दिनों में प्राप्त कर लेता है|
- ठंडी जगह पर हाई फाइन सीमेंट के उपयोग से फ्रॉस्ट-क्षति (ठण्ड में जमने के कारण) नहीं होती, क्यूंकि इसमें अधिक गर्मी उत्पन्न होने के साथ यह जल्दी स्ट्रेंथ प्राप्त कर लेता है|
फाइन सीमेंट होने के नुक्सान (Disadvantages of fine grinding of Cement)
महीन सीमेंट के प्रयोग से कम समय में अधिक स्ट्रेंथ मिल जाती है, पर इसके कुछ नुक्सान भी हो सकते हैं, जैसे:
- फाइन सीमेंट के एयर-सेट होने और जल्दी ख़राब की संभावना रहती है|
- फाइननेस ऑफ़ सीमेंट के बढ़ने से drying shrinkage (सूखने के बाद सिकुड़न) में बढ़ोतरी होती है जो सतह की दरारों का कारण बनता है|
- हाई फाइन सीमेंट में शुरुआती दिनों में हाइड्रेशन के कारण बहुत गर्मी उत्पन्न होती है, इसलिए मॉस-कंक्रीट कंस्ट्रक्शन में इस प्रकार का सीमेंट इस्तेमाल नहीं होता|
फाइननेस टेस्ट ऑफ़ सीमेंट IS Code
भारतीय मानक कोड IS Code 269 के टेबल-3 में आर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट के 43 ग्रेड और 53 ग्रेड सीमेंट की फाइननेस की न्यूनतम वैल्यू बताई गई है| सीमेंट के फाइननेस टेस्ट की प्रक्रिया के लिए भारतीय मानक कोड IS 4031 पार्ट-01 और IS 4031 पार्ट-02 मौजूद है| IS 4031 पार्ट-01 में sieve analysis द्वारा सीमेंट का फाइननेस टेस्ट किया जाता है| साथ ही IS 4031 पार्ट-2 में "Blaine Air Permeability Test" द्वारा सीमेंट के सरफेस एरिया से उसकी फाइननेस निकालने की प्रक्रिया बताई गई है|
फाइननेस ऑफ़ सीमेंट कैसे निकालते हैं (Determine Fineness of Cement)
सीमेंट की फाइननेस चेक करने के लिए हम दो तरीके अपनाते हैं:
Fineness of Cement by Sieve Analysis
- 100 ग्राम सीमेंट वजन करें और उसे 90 माइक्रोन सीव में डालें|
- सीमेंट सैंपल में मौजूद एयर-सेट लम्प को उँगलियों से तोड़ें|
- फिर सैंपल को लगातार 15 मिनट तक वर्टीकल और गोलाकार दिशा में हिलाते हुए छानें| इसके लिए यांत्रिकी उपकरण भी इस्तेमाल कर सकते हैं|
- छनने के बाद बचे हुए सीमेंट का वजन करें| आर्डिनरी सीमेंट के लिए गए इसका वजन लिए गए सैंपल के वजन के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए|
Fineness of Cement by Blaine Air Permeability Method
सीमेंट की फाइननेस उसके सरफेस एरिया के आधार पर पता लगाई जा सकती है| जितना अधिक सरफेस एरिया होगा उतना ही फाइन सीमेंट होगा| IS 4031 पार्ट-2 में बलाइन एयर परमेएबिलिटी मेथड से सीमेंट का सरफेस एरिया निकालने की प्रक्रिया बताई गई है|
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