Vande Bharat Express Train: बदलते समय के साथ भारतीय रेलवे अपनी इस्तेमाल होने वाली रेलगाड़ियों के डिज़ाइन में भी परिवर्तन कर उच्च कोटि के रेलवे कोच और लोकोमोटिव बना रही है| इसी का उदहारण है हाई-स्पीड इंटरसिटी EMU- वन्दे भारत, जिसे कभी टी-18 के नाम से भी जाना जाता रहा है| बजट 2022 में भी भारत सरकार ने अगले तीन साल में इस ट्रेन की 400 नई यूनिट यात्रियों के लिए उतारने की बात कही थी| अब भारत यह कीर्तिमान रचता है या नहीं, पर इस सफर में सेमी-हाई स्पीड वन्दे भारत ट्रेन के कई फैन बने हैं| आइये समझते हैं क्या ख़ास है इस रेलगाड़ी में:
- वन्दे भारत एक भारतीय EMU रेलगाड़ी
- वन्दे भारत का निर्माण कहाँ हुआ?
- वन्दे भारत ट्रेन को T18 क्यों कहा जाता है?
- भारत में चलने वाली वन्दे भारत एक्सप्रेस
- वन्दे भारत ट्रेन की जानकारी
- वन्दे भारत ट्रेन नंबर और रूट
- भविष्य में आने वाली वन्दे भारत ट्रेन
- वन्दे भारत 2.0
- वन्दे भारत का स्लीपर संस्करण
वन्दे भारत एक भारतीय EMU रेलगाड़ी
वन्दे भारत एक्सप्रेस एक सेमी हाई-स्पीड इंटरसिटी EMU रेलगाड़ी है| इसमें अलग से इंजन नहीं लगता बल्कि बिजली से चलने वाले स्वचालित रेल-कैरिज लगाए जाते हैं| यह ट्रेन भारत की फास्टेस्ट ट्रेन है| हालाँकि इसका संचालन इसके रूट पर बिछे ट्रैक को ध्यान में रखते हुए अक्सर कम गति पर किया जाता है|
वन्दे भारत का निर्माण कहाँ हुआ?
वन्दे भारत ट्रेन का डिज़ाइन और निर्माण ICF, चेन्नई में मेक इन इंडिया पहल के तहत हुआ| 27 जनवरी 2019 को इस ट्रेन का नाम वन्दे भारत एक्सप्रेस रखा गया और 15 फरवरी 2019 को इसे लांच किया गया था|
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री Indian Railway ICF कहाँ पर स्थित है
वन्दे भारत ट्रेन को T18 क्यों कहा जाता है?
वन्दे भारत ट्रेन का निर्माण ICF, चेन्नई द्वारा केवल 18 महीने की अवधि में पूरा हुआ| इस उपलब्धि के कारण इसे T18 यानी ट्रेन-18 भी कहते हैं| ट्रेन-18 के आधार पर इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई ने एक हाई स्पीड, लम्बी दुरी के लिए EMU रेलगाड़ी का प्रस्ताव रखा है, जो वन्दे भारत का स्लीपर संस्करण होगा| यह भारत सरकार द्वारा घोषित 400 नई वन्दे भारत एक्सप्रेस में शामिल होंगी|
भारत में चलने वाली वन्दे भारत एक्सप्रेस
- भारत में चलने वाली पहली वन्दे भारत एक्सप्रेस नई-दिल्ली से वाराणसी के बीच 15 फरवरी 2019 को चली| 17 फरवरी 2019 को इसने भारतीय रेल को अपनी सेवा देना आरम्भ किया| 20 मार्च 2023 से नई-दिल्ली वाराणसी रूट पर वन्दे भारत एक्सप्रेस के नए संस्करण (VB 2.0) को शुरू किया गया|
- भारत की दूसरी वन्दे भारत एक्सप्रेस 03 अक्टूबर 2019 को दिल्ली से कटरा के बीच चलाई गई|
- भारत की तीसरी वन्दे भारत ट्रेन को 30 सितम्बर 2022 को गांधीनगर कैपिटल से मुंबई के बीच चलाया गया| इस ट्रेन का निर्माण कार्य भी ICF द्वारा एक लम्बे समय बाद पूरा किया गया| इस नई वंदेभारत ट्रेन में कुछ बदलाव किये गए हैं जिसके बाद इसका ट्रायल रन किया गया| इस सीरीज को वन्दे भारत 2.0 नाम से जाना गया|
- भारत की चौथी वन्दे भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अक्टूबर 2022 को देश को सौंपा| यह वन्दे भारत हिमाचल के अंदौरा से नई दिल्ली के बीच चलाई गई|
- पांचवी वन्दे भारत ट्रेन, 11 नवंबर 2022 को चलाई गई| यह ट्रेन दक्षिण भारत की पहली और भारत की पांचवी वन्दे भारत एक्सप्रेस है जो चेन्नई और मैसूर के बीच शुरू करी गई|
- छठी वन्दे भारत रेलगाड़ी 11 दिसंबर को बिलासपुर-नागपुर के बीच चलाई गई| हालांकि, कम यात्रियों के कारण मई 2023 के महीने में रेक को वापस ले लिया गया और अस्थायी रूप से तेजस रेक और बाद में स्थायी रूप से दूसरी पीढ़ी (8 कोच वाली) वीबीई ट्रेनसेट वन्दे भारत इस रूट पर चलाई जा रही है|
- भारत की सातवीं और पूर्वी भारत की पहली वन्दे भारत एक्सप्रेस, 30 दिसंबर 2022 से हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के रूट पर चलाई गई|
- आठवीं वन्दे भारत ट्रेन 15 दिसंबर 2023 को सिकंदराबाद से विशाखापट्नम के बीच शुरू करी गई| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई| इस मौके पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर मौजूद थे, जहां से वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया गया| यह दक्षिण भारत की दूसरी वन्दे भारत ट्रेन थी|
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 फरवरी 2023 को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से सोलापुर के 455 किलोमीटर के बीच चलने वाली भारत की नौवीं वन्दे भारत रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाई| अपने ट्रायल रन के दौरान यह सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार भोर घाट (पुणे लाइन पर खंडाला) और ठुल घाट (नासिक लाइन पर कसारा) के सबसे ऊंचे पश्चिमी घाट पर्वत खंडों पर बिना बैंकर इंजन के सफलतापूर्वक चढ़ी थी|
- भारत की दसवीं वन्दे भारत ट्रेन मुंबई से साईनगर शिरडी के बीच 10 फरवरी 2023 को ही शुरू हुई|
- भारत की ग्यारवीं वन्दे भारत एक्सप्रेस को दिल्ली-भोपाल मार्ग पर 01 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई| इससे पहले इसका ट्रायल आगरा से निजामुद्दीन के बीच कराया गया था| यह पश्चिम-मध्य रेलवे की पहली वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है|
- भारत के 12वीं वन्दे भारत ट्रेन सिकंदराबाद-तिरुपति वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन थी| इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2023 को हरी झंडी दिखाई थी|
- भारत की 13वीं वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 08 अप्रैल 2023 को चेन्नई और कोयम्बटूर के बीच चलाई गई| यह पहली 08 कोच वाली वन्दे भारत रेक थी|
- भारत के उत्तर-पश्चिमी रेलवे की पहली वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 12 अप्रैल 2023 को चलाई गई| यह दुनिया की पहली हाई राइज पैंटोग्राफ वाली सेमी हाई स्पीड ट्रैन है| इस ट्रेन को दिल्ली कैंट- अजमेर के बीच चलाया गया| और यह 14वीं शुरू करी गई वन्दे भारत ट्रेन बनी|
- तिरुवनंतपुरम - कासरगोड वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की 15 वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है, जो कासरगोड को केरल में राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम से जोड़ती है| ट्रेन सेवा का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन 25 अप्रैल 2023 को तिरुवनंतपुरम सेंट्रल में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था|
- हावड़ा - पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की 16 वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है, जो भारतीय राज्यों पश्चिम बंगाल और ओडिशा को जोड़ती है| यह पश्चिम बंगाल की दूसरी और ओडिशा की पहली सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है| इसका उद्घाटन 18 मई 2023 को किया गया था|
- भारत की 17 वीं वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 25 मई 2023 को आनंद विहार टर्मिनल और देहरादून के बीच चलाई गई| यह पंद्रहवीं दूसरी पीढ़ी की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और तीसरी मिनी वंदे भारत 2.0 एक्सप्रेस ट्रेन है|
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 मई को असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया| यह भारत की 18 वीं वंदे भारत है और गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुड़ी तक की यात्रा 5 घंटे 30 मिनट में तय करेगी| यह आठ कोच वाली मिनी वन्दे भारत 2.0 रेलगाड़ी है|
- 27 जून 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाँच वन्दे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का शुभारम्भ किया| इन पांच ट्रेनों में रानी कमलापति (भोपाल)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं|
- जोधपुर - साबरमती (अहमदाबाद) वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की 24 वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है, जो राजस्थान के जोधपुर शहर को गुजरात के साबरमती से जोड़ती है| ट्रेन का उद्घाटन 7 जुलाई 2023 को गोरखपुर जंक्शन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था|
- गोरखपुर - लखनऊ चारबाग वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की 25 वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है, जो अयोध्या के माध्यम से गोरखपुर शहर को जोड़ती है और उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर तक जाती है| ट्रेन का उद्घाटन 7 जुलाई 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था| यह तेईसवीं दूसरी पीढ़ी (Vande Bharat 2.0) और ग्यारहवीं मिनी वंदे भारत 2.0 एक्सप्रेस ट्रेन है जिसे मेक इन इंडिया पहल के तहत पेरम्बुर, चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया था|
- 24 सितम्बर 2023 को नौ वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करी गई| यह आठ डिब्बों वाली वंदे भारत ट्रेनें राउरकेला-पुरी, उदयपुर-जयपुर, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम, रांची-हावड़ा, पटना-हावड़ा, तिरुनेलवेली-चेन्नई, हैदराबाद-बेंगलुरु, विजयवाड़ा-चेन्नई और जामनगर-अहमदाबाद रूट पर चलाई गई| ज्ञात हो कासरगोड-तिरुवनंतपुरम रूट पर चलने वाली वन्दे भारत 2.0 भारत की पहली मिनी वन्दे भारत 2.0 एक्सप्रेस ट्रेन है, जो रेक में 25 और संशोधनों के साथ केसरिया-ग्रे पोशाक के साथ पटरियों पर चली|
- 18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की 35वीं वन्दे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई| यह वन्दे भारत वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलाई गई| यह इस रूट पर चलने वाली दूसरी वन्दे भारत रेलगाड़ी है|
यूँ तो वन्दे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार पर सफतापूर्वक किया गया था पर चलने वाली वन्दे भारत एक्सप्रेस की संचालन गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा के आस पास ही रखी जाती है|
अगले दो वर्षों में तमिलनाडु के आईसीएफ (चेन्नई) में, महाराष्ट्र के लातूर रेल फैक्ट्री और हरियाणा के सोनीपत में चार सौ ट्रेनों का उत्पादन किया जाएगा| योजना के अनुसार शताब्दी एक्सप्रेस को वंदे भारत एक्सप्रेस द्वारा प्रतिस्थापित करने और वन्दे भारत के स्लीपर संस्करण राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों का विकल्प बनने की बात भी सामने आ रही है| सुर्खियों में रहने और यात्रियों को आकर्षित करने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन को 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा करने के लिए डिजाइन किया जाएगा| ये एल्यूमीनियम निर्मित स्लीपर संस्करण ट्रेनें पटरियों पर 200 किमी प्रति घंटे की गति से चलेंगी|
वन्दे भारत ट्रेन की जानकारी
- वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में बैठने की व्यवस्था के साथ एसी चेयर कार (CC) और एग्जीक्यूटिव क्लास (EC) डब्बे लगाए गए हैं|
- इस ट्रेन में ऑन-बोर्ड कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध है|
- सामान रखने के लिए सीट के ऊपर रैक दिए गए हैं|
- इस ट्रेन में ऑटोमैटिक दरवाजों के साथ, स्मोक अलार्म और सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए गए हैं|
- वन्दे भारत एक्सप्रेस में री-जनेरेटिव ब्रैकिंग सिस्टम लगा है, जिससे काफी बिजली की बचत होती है| इस प्रकार का सिस्टम ट्रेन में ब्रेक लगने पर उसकी काइनेटिक एनर्जी को स्टोर कर लेता है|
- टी-18 ट्रेन में 16 यात्री कोच के साथ रेल के दोनों तरफ ड्राइवर कोच लगाए गए हैं| इस रेलगाड़ी की कुल क्षमता 1128 यात्रियों की है|
- 30 सितम्बर 2022 को चलाई गई (वन्दे भारत 2.0) तीसरी वन्दे भारत ट्रेन और उसके बाद आई सभी वन्दे भारत 2.0 ट्रेन एंटी-कोलिजन तकनीक कवच से लैस है|
वर्ष 2021 में आजादी के अमृत महोत्सव की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2023 तक 75 वन्दे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा करी थी| बजट 2022 में वित्त मंत्री ने अगले तीन साल में 400 वन्दे भारत ट्रेन चलाने की बात कही गई थी|
वन्दे भारत 2.0 (Vande Bharat 2.0)
भारतीय रेलवे ने 30 सितम्बर 2022 को वंदे भारत के नए अवतार "वंदे भारत 2.0" को शुरू किया| प्रधानमंत्री द्वारा इसकी पहली ट्रेन को गांधीनगर से मुंबई के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया| वंदे भारत 2.0, पहले चलाई जा रही (पहली दो वन्दे भारत ट्रेन) वन्दे भारत ट्रेन श्रृंखला से कई मायनों में उन्नत सुविधाओं से लैस है| यह 180 किमी प्रति घंटे तक की अधिकतम गति प्राप्त करने में सक्षम है और पहले की तुलना हल्की है, जिसका वजन पहले 430 टन के बजाय 392 टन है| वंदे भारत 2.0 ट्रेनों में संचालन में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉयडेंस सिस्टम) सिस्टम मौजूद है| चेन्नई के आईसीएफ में अब वन्दे भारत ट्रेन को केसरिया रंग से रंगा जाएगा| आईसीएफ में 08 जुलाई 2023 को निरिक्षण करने के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि यह नया रंग तिरंगे से प्रेरित है| देशभर में 08 जुलाई 2023 तक 25 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही थी| 2 ट्रेनों को रिजर्व में रखा गया था और 28वीं ट्रेन को ट्रायल बेसिस पर केसरिया रंग दिया गया| यह ट्रेन अभी चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में रखी हुई है| वन्दे भारत का स्लीपर संस्करण (Vande Bharat Sleeper version)
वन्दे भारत का स्लीपर संस्करण जल्द ही पटरियों में दौड़ेगा| यह भारत सरकार द्वारा घोषित 400 नई वन्दे भारत एक्सप्रेस में शामिल होंगी| रूस की सीजेएससी ट्रांसमैशहोल्डिंग (CJSC TMH) और भारत की रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) का एकोन्सॉर्टियम वंदे भारत ट्रेनों के 200 स्लीपर संस्करणों के निर्माण और रखरखाव के लिए हुए टेंडर में सबसे कम बोली लगाने वाले के रूप में सामने आया है| सबसे कम बोली लगाने वाले को 120 ट्रेनों का निर्माण लातूर की रेल कोच फैक्ट्री में करना है| इसके साथ ही भेल-टीटागढ़ वैगन्स का कंसोर्टियम इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में 80 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए दूसरी सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरा है|
वन्दे भारत का स्लीपर संस्करण (Vande Bharat Sleeper version)
वन्दे भारत ट्रेन नंबर और रूट (Vande Bharat Train Number and Route)
2. श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली (22440)
3. दिल्ली-वाराणसी (22436)
4. वाराणसी-दिल्ली (22435)
5. मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर कैपिटल (20901)
6. गांधीनगर कैपिटल-मुंबई सेंट्रल (20902)
7. नई दिल्ली-अंदौरा (22447)
0 Comments