Margshirsh - मार्गशीर्ष
मार्गशीर्ष Important Days | मार्गशीर्ष maas ka mahatv |
सनातन संस्कृति के कैलेंडर (या पंचांग या संवत) में मार्गशीर्ष को साल का नौवा महीना माना जाता है| यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के नवंबर-दिसंबर में पड़ता है| इस साल 2022 में 'विक्रम संवत' (calendar) का 2079वा साल और 'शक संवत' के हिसाब से 1944वा साल का आरम्भ हुआ है| विक्रम संवत के अनुसार कार्तिक महीने में पूर्णिमा के बाद वाली प्रतिपदा, मार्गशीर्ष मास की पहली तिथि होती है|
मार्गशीर्ष मास का नक्षत्र (Margshirsh month)
मार्गशीर्ष मास को यह नाम 'मृगशिरा' नक्षत्र की वजह से मिला है| 'मृगशिरा' हिन्दू पंचांग की काल गणना में उपयोग में आने वाले 27 नक्षत्रों में से पाँचवा नक्षत्र है| मार्गशीर्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा में चन्द्रमा इसी नक्षत्र में विराजमान होते हैं|
मार्गशीर्ष मास को यह नाम 'मृगशिरा' नक्षत्र की वजह से मिला है| 'मृगशिरा' हिन्दू पंचांग की काल गणना में उपयोग में आने वाले 27 नक्षत्रों में से पाँचवा नक्षत्र है| मार्गशीर्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा में चन्द्रमा इसी नक्षत्र में विराजमान होते हैं|
मार्गशीर्ष मास का महत्व
मार्गशीर्ष मास को 'अग्रहा मास' भी कहते हैं| भागवत के अनुसार श्री कृष्ण ने कहा था कि सभी माह में से मार्गशीर्ष उन्हीं का एक स्वरुप है| मान्यता है कि मार्गशीर्ष मास में श्रद्धा और भक्ति से प्राप्त पुण्य के बल पर हमें सभी सुखों की प्राप्ति होती है| श्री कृष्ण ने मार्गशीर्ष माह की महत्वता गोपियों को बताते हुए कहा था कि इस माह में यमुना स्नान से में सहज ही सभी को प्राप्त हो जाऊंगा| तभी से मार्गशीर्ष माह में नदी में स्नान का खास महत्व माना गया है|
अग्रहा माह में श्रीकृष्ण का ध्यान और उपासना करने से अमोघ फल प्राप्त होता है| अमोघ का अर्थ होता है कभी नष्ट ना होने वाला फल| अतः इस महीने निरंतर भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करने से और उनकी साधना मात्र से हर कोई मनुष्य इस मास का उचित फल पा सकता है|
मार्गशीर्ष महीने की महत्वपूर्ण तिथियां (Important Days in Margshirsh Month)
विक्रम संवत के कार्तिक महीने की पूर्णिमा के बाद ही मांगशीर्ष मास का आरम्भ होता है| आइये जानते हैं मार्गशीर्ष मास की कुछ महत्वपूर्ण तिथियां|
तिथि | महत्वता |
---|---|
प्रतिपदा (कृष्ण पक्ष) |
|
द्धितीया | |
तृतीया | |
चतुर्थी | |
पंचमी | |
षष्ठी | |
सप्तमी | |
अष्टमी | कालभैरव अष्टमी (Kaal Bhairav Asthami) |
नवमी | |
दशमी | |
एकादशी | उत्पन्ना एकादशी (Utpanna Ekadashi) |
द्धादशी | |
त्रयोदशी | |
चतुर्दशी | |
अमावस्या | मार्गशीर्ष अमावस्या (Maargsheersh Amavasya) |
प्रतिपदा (शुक्ल पक्ष) | |
द्धितीया | |
तृतीया | |
चतुर्थी | |
पंचमी | विवाह पंचमी (Vivaah Panchami) |
षष्ठी | |
सप्तमी | |
अष्टमी | |
नवमी | |
दशमी | |
एकादशी | गीता जयंती (Geeta Jayanti) मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) |
द्धादशी | |
त्रयोदशी | |
चतुर्दशी | |
पूर्णिमा | दत्तात्रेय जयंती (Dattatreya Jayanti) अन्नपूर्णा जयंती (Annapurna Jayanti) |
For important days of other maah, please click the following month:
दूसरे मास के महत्वपूर्ण दिनों के लिए क्लिक करें-
0 Comments