Quit India Movement Day 2022
80th Anniversary of Quit India Movement (भारत छोडो आंदोलन दिवस)
"भारत छोडो आंदोलन दिवस" हर साल 8 अगस्त को मनाया जाता है | इसे अगस्त क्रांति भी कहते हैं| यह जन भागीदारी के चलते हमारी स्वतंत्रता की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण आंदोलन माना जाता है|
अप्रैल 1942 में Cripps mission फेल होने के कुछ महीने बाद ही भारत में आजादी के लिए लोगों का जन संघर्ष शुरू हो गया| इस संघर्ष को भारत छोडो आंदोलन नाम दिया गया| 8 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमीटी के बॉम्बे सत्र में महात्मा गाँधी ने 'भारत छोडो आंदोलन' (Quit India Movement) का प्रस्ताव पारित कर दिया, जिसमे घोषणा की गई कि भारत में अंग्रेजी शासन का तत्काल प्रभाव से अंत, भारत में लोकतंत्र और स्वतंत्रता की सफलता के लिए आवश्यक है| क्यूंकि दूसरा विश्व युद्ध 'जापान, इटली और जर्मनी' से इन्ही कारणों से हो रहा था| इस संकल्प ने देश की स्वतंत्रता के लिए व्यापक संभव पैमानों पर अहिंसा के मार्ग से बड़े संघर्ष करने को मंजूरी दी| गाँधी जी ने इसी दौरान 'करो और मरो' (Do or Die) का नारा दिया|
9 अगस्त 1942 को देश भर में कांग्रेस के बहुत से नेता गिरफ़्तार कर जेल में डाल दिए गए और कांग्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया गया| इससे पुरे देश में माहौल तनावपूर्ण होने लगा, और लोग हिंसक हो गए| जगह जगह से जुलूस निकलने की और लाठी चार्ज की खबरें आने लगी| सरकार ने आंदोलन से जुडी ख़बरों को प्रकाशित करने पर रोक लगा दी|
1942 के अंत तक कई लोग मारे गए और करीब 60000 लोगों को कैद कर लिया गया था| द्वितीय विश्व युद्ध का समय भारत के लोगों के लिए बहुत दुःखदाई था| इसपर कोई संदेह नहीं की 'भारत छोडो आंदोलन' ने पुरे भारतवर्ष को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ एकजुट कर दिया था| 1944 के आने तक अधिकांश प्रदर्शनों को दबा दिया गया, परन्तु गाँधी जी ने जेल से छूटने के बाद अपना विरोध जारी रखा| विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद ब्रिटिश शासन की दुनिया भर में स्थिति नाटकीय रूप से बदल गई थी और इसलिए भारत की आज़ादी की आवाज़ वो ज्यादा दिनों तक दबा नहीं सकते थे|
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